छत्तीसगढ़सक्ती

तालाबों पर राखड़ माफियाओं की नजर, जनप्रतिनिधियों से मिलकर लाखो में हो रहा सौदा, जिले के जिम्मेदार अधिकारीयो की कार्यप्रणाली पर भी उठ रहे सवाल,,

 

सक्ती,,सक्ती जिले में इन दिनो तालाबों पर राखड़ माफियाओं का संकट मंडरा रहा है राखड के सौदागर जनप्रतिनिधियों से मिलकर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में राखड का जहर वातावरण में फैला रहे है,हैरत की बात यह है की सब कुछ जानते हुए भी जिले के जिम्मेदार अधिकारी आंखो में पट्टी बांधे हुए है,कई जगहों पर तो ये राखड़ के कारोबारी अंधेरी रात में ही राखड डंप करवा दे रहे है मुख्य मार्ग में कई जगहों पर सड़क किनारे राखड देखने को मिल जाएगा जहा ये लोगो के शरीर में जहर की तरह फेल रहा है ।

हाल ही में कई तालाबों का मिटा दिया गया अस्तित्व

सक्ती जिले में हाल ही में कई तालाब ऐसे है जिसमे राखड के सौदागरों ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से लेन देन कर वहा के तालाब को पाट दिया है इसमें सक्ती बाराद्वार मुख्यमार्ग के सकरेली गांव के एक तालाब को पाट दिया गया है वही दूसरा देवरमाल गांव के तालाब को पाटा जा रहा है,इसके अलावा सक्ती के बेलाचुवा में नहर किनारे भारी मात्रा में राखड डंप किया गया है इन सभी जगहों पर वहां के जनप्रतिनिधि सरपंच सचिव की संलिप्त भी सामने आई है वही अधिकारियो के संज्ञान में भी मामला लाया गया है मगर चुनाव का हवाला देकर अधिकारी मामले को टालते रहे मगर अब चुनाव संपन्न होने के बाद देखना होगा की अधिकारी इस पर क्या कार्यवाही करेंगे ।

एसकेएस कंपनी से आ रहा राखड

रायगढ़ जिले की एसकेएस बिजली उत्पादन कंपनी से भी भारी मात्रा में राखड सक्ती में डंप किया जा रहा है कुछ दिन पूर्व सक्ती के बेलाचुवा में नहर किनारे सरपंच के कहने पर भारी मात्रा में राखड डंप किया गया है जो एसकेएस कंपनी का बताया जा रहा है इससे पहले डीबी पावर और आरकेएम पावर लिमिटेड कंपनी ने जिले के वातावरण को खराब करने का ठेका लिया था मगर अब इनके अलावा कई कंपनियां भी यही काम करने में लगी हुई है।

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