Video पंचायतीराज अधिनियम बना मजाक,फर्जी बिल लगाकर पंचो ने अपने ही खातों में डलवा दिए पंचायत के पैसे,एसडीएम के पास पहुंची शिकायत,,सचिव का बयान पंच सरपंच के दबाव में हुआ काम,,
- पंचायतीराज अधिनियम बना मजाक,,
- फर्जी बिल लगाकर पंचो ने अपने ही खातों में डलवा दिए पंचायत के पैसे,,
- एसडीएम के पास पहुंची शिकायत,,
- सचिव का बयान पंच सरपंच के दबाव में हुआ काम,,
रायपुर,,,तिल्दा के ग्राम पंचायत टंडवा में सरपंच सचिव की जोड़ी ने भ्रस्टाचार की सारी हदे ही पार कर दी है आलम यह है कि इस गांव के जनप्रतिनिधि ओर पंचायत सचिव के लिए अब नियम कानून भी मायने नही रखता,गांव के सरपंच सचिव और तीन पंचो ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पंचायत की राशि को अपने निजी खाते में अंतरित कर लिया है मामले की जानकारी जब गांव को उपसरपंच को लगी तो उसने इसकी शिकायत एसडीएम तिल्दा से की है गांव के सचिव नंद कुमार साहू ने बताया कि सरपंच ओर पंच के दबाव में उसने यह कार्य किया है
Sdm को हुई शिकायत
दरअसल ग्राम पंचायत टंडवा में वर्तमान में महिला सरपंच है सरपंच पुष्पलता नायक है ओर सचिव नंद कुमार साहू दोनो मिलकर पंचायत की राशि का जमकर बंदरबांट कर रहे है बताया जा रहा है कि पूर्व में जो सचिव थी उसपर भी कई आरोप लगे थे जिसके बाद उसे हटाकर नंद कुमार साहू को सचिव यहां का सचिव बनाया गया था ताकि यहां हो रहे शासकीय राशि के दुरूपयोग पर लगाम लगाया जा सके मगर कुछ ही महीनों में सचिव साहब भी यहाँ के रंग में रंग गए है यहाँ तक कि पंचायती राज अधिनियम के विपरीत कार्य कर के अपनी नौकरी तक को दांव पर लगा बैठे है भले ही पंच सरपंच के दबाव में ही कार्य किया हो, पंचो को दिए गए चेक के संबंध में सचिव का कहना है दो साल पूर्व हुए किसी कार्य के नाम से राशि का आहरण किया गया है जो गांव के पंच विनोद वर्मा,यशवंत निर्मलकर, टीकम राय, ओर पंच पति राकेश बघेल को भुगतान किया गया है, मगर हैरत की बात यह है कि गांव के सरपंच ओर सचिव पंचायती राज अधिनियम के विपरीत कैसे कार्य कर सकते है कैसे गांव के किसी जनप्रतिनिधि को पंचायत से लाभ देकर उसे भुगतान कर सकते है ।
देखिये वीडियो,,,